आइए जानते हैं मखाने के उपयोग, फायदे और नुकसान

मखाना

आइए जानते हैं मखाने के उपयोग, फायदे और नुकसान



इस पोस्ट में हम मखाना, मखाना के उपयोग, मखाना के फायदे, मखाना के नुक्सान के बारे में जानेंगे। मखाना एक प्रकार के बीज होते हैं और मखाना को फॉक्स नट्स, यूरियाल फेरॉक्स, कमल के बीज, गोरगन नट्स और फूल मखाना के रूप में भी जाना जाता है।

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 मखाना क्या है ? 

 

मखाना (phool makhana)
यह जल में पाया जाता है। इसके पौधे कांटेदार तथा कमल के समान होते हैं। इसके पत्ते कमल के समान, गोलाकार होते हैं, जो ऊपर से हरे, लेकिन नीचे से लाल या बैंगनी रंग के होते हैं। इसके फल गोलाकार, कांटेदार तथा मुलायम (स्पंज वाले) होते हैं। इसके बीज मटर के समान, या इससे कुछ बड़े होते हैं। फल संख्या में 8-20 तथा हल्के काले रंग के होते हैं। इसे कच्चा या भूनकर खाते हैं। बालू में भूनने से यह फूल जाते हैं, जिन्हें मखाना कहा जाता है।मखाना (phool makhana) को फॉक्ट नट या कमल का बीज भी कहा जाता है। 


मखाना में मौजूद औषधीय गुण 


मखानों में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जिस चलते यह हड्डियों और दांतों के लिए भी बेहद अच्छा है मखाना पौष्टिकता से भरपूर होता है, क्योंकि इसमें मैग्ननेशियम, पोटाशियम, फाइबर, आयरन, जिंक आदि भरपूर मात्रा में होता है। इसका सेवन बुखार, पाचन तंत्र सुधारने में और दस्त के लिए भी किया जा सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, मखाने में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी ट्यूमर प्रभाव पाए जाते हैं।इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को तनाव से भी दूर रखते हैं(मखाना, मखाना के उपयोग, मखाना के फायदे, मखाना के नुक्सान)

इसकी 100 ग्राम मात्रा में 350 कैलोरी होती है  इसके अलावा इसमें 9.7 प्रतिशत प्रोटीन, 76 प्रतिशत कार्बोहाईड्रेट, 12.8प्रतिशत नमी, 0.1 प्रतिशत हेल्दी फैट, 0.5 प्रतिशत सोडियम, 0.9 प्रतिशत फॉस्फोरस एंव 1.4 मिलीग्राम आयरन, कैल्शियम, अम्ल और विटामिन-वी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं

मखाना


मखाना का उपयोग 


सूखे मेवे में शामिल होने वाले मखाना को भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में इस्तेमाल में किया जाता है।  इसे कई तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिन्हें हम कुछ बिंदुओं की सहायता से जानेंगे।

  • प्राचीन काल से मखाना को धार्मिक पर्वों में उपवास के समय खाया जाता है। मखाना भारत में व्रत रखने वालों का पसंदीदा पकवान हैं
  • मखाने का प्रयोग सूप बनाने के दौरान किया जाता है और इसको सूप में डालकर खाया जा सकता है
  • मखाना से मिठाई और नमकीन भी बनाई जाती है। 
  • कुछ ऐसे भी हैं, जो इसकी खीर बनाकर इसका सेवन करते हैं
  • वहीं, कई लोग इसे फ्राई कर स्नैक्स के रूप में  इस्तेमाल में लाते हैं। 
  • दूध में भी इनको डालकर खाया जा सकता है और आप दूध में मखाने के संग किशमिश और बादाम भी डाल सकते हैं
  • बहुत से लोग इसे भून कर खाना पसंद करते हैं।
  • आप कई सब्जियों को बनाने के समय भी उसमें मखाने को डाल सकते हैं.अधिकतम लोगों द्वारा इसको पनीर की सब्जी में डाला जाता हैं
  • कई लोगों द्वारा मखाने की चटनी भी बनाई जाती है और इसको चटनी के तौर पर भी खाया जाता है। आपको इसकी चटनी बनाने के लिए इसमें मूंगफली और सरसों के बीज डालने होंगे और इनको पीसना होगा। फिर अपने हिसाब से आप इसमें नमक मिर्च डाल दें(मखाना, मखाना के उपयोग, मखाना के फायदे, मखाना के नुक्सान)
मखाना



मखाना खाने के फायदे 


आयुर्वेद में मखाने के कई गुणों के बारे में विस्तार से बताया गया है. जानिए मखाने की विधि किस प्रकार स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने का काम कर सकती है। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि मखाना लेख में शामिल किसी भी बीमारी का डॉक्टरी इलाज नहीं है। इसका सेवन केवल शारीरिक समस्या से बचाव और शरीर को स्वस्थ रखने का एक तरीका हो सकता है।आइए  इसके फायदों के बारे में जानते हैं(मखाना, मखाना के उपयोग, मखाना के फायदे, मखाना के नुक्सान)

1)  हड्डियों को मजबूत बनाने में फायदेमंद

हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए सुबह खाली पेट मखाने का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि मखाने में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही ये हड्डियों के दर्द को भी दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा, इसका सेवन करने से गठिया रोग से भी राहत मिलती है।


2) प्रोटीन का अच्छा स्रोत

मखाने में प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। 100 ग्राम मखाने में लगभग 9.71 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है । इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि मखाना खाने के फायदों में प्रोटीन की कमी को पूरा करना भी शामिल है। इसके नियमित उपयोग से शरीर में  प्रोटीन  की  आवश्यक मात्रा की पूर्ति के साथ, उसकी कमी से होने वाली कई समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है


 3) दिल की सेहत के लिए अच्छा

दिल की सेहत को बनाए रखने में भी मखाने असरदार हैं इनमें मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है और इसमें एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमारे दिल के लिए भी काफी फायदेमंद होता है जो कि हमारे हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करते हैं हमारे हृदय से संबंधित सभी समस्याओं को मखाना दूर करने में अत्यंत लाभदायक होता है 


4)  उच्चरक्तचाप में मखाना उपयोगी 

मखाना उच्चरक्तचाप में काफी उपयोगी साबित होता है क्योंकि इसमें पोटेशियम की अच्छी-खासी मात्रा पाई जाती है। जाहिर है पोटेशियम रक्त प्रवाह को संचालित कर रक्त दवाब को कम करता है। इसके अलावा ये सोडियम पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है(मखाना, मखाना के उपयोग, मखाना के फायदे, मखाना के नुक्सान)


5) किडनी के स्वास्थ्य के लिए अच्छा 


मखाना रक्त प्रवाह और मूत्र को नियंत्रित करके किडनी के स्वास्थ्य की रक्षा करता है। यह शरीर से सारे टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है इसलिए आपको रोजाना घी में तले हुए मखाने खाने चाहिए।


6) पेट को स्वस्थ बनाने में फायदेमंद

अगर आपका मेटाबॉलिज्म रेट अच्छा रहेगा तो आपके पेट की सेहत भी अच्छी रहेगी। मखाना में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है. इसलिए यह पाचन प्रक्रिया और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। इसके अलावा यह पेट की समस्या जैसे अपच, कब्ज से बचाता है


 7) गर्भावस्था में मखाना खाने के फायदे

गर्भावस्था में मखाना का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।यह गर्भधारण करने में मदद पहुंचाता है, गर्भवती स्त्रियों के लिए शक्तिवर्द्धक होता है गर्भावस्था में महिलाओं के लिए मखाने का उपयोग कई प्रकार के पकवानों में मिलाकर किया जाता है। एक शोध के अनुसार, मखाने का उपयोग गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद की होने वाली कमजोरियों को दूर करने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व जैसे की आयरन, प्रोटीन, मैग्नीशियम और पाेटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान महिला को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं 


8) प्रसव के बाद के दर्द में राहत 

डिलीवरी के बाद महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रसव के बाद महिलाओं को काफी दर्द होता है। यह असहनीय भी होता है। मखाना के गुण ऐसे दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। मखाना के पत्तों को 10-15 मिली पानी में डालकर काढ़ा बना लें। इसे पीने से प्रसव के बाद होने वाले दर्द से राहत मिलती है(मखाना, मखाना के उपयोग, मखाना के फायदे, मखाना के नुक्सान)


9) वजन को कम करने में फायदेमंद

अगर आप अपने वजन से परेशान हैं तो आपको वजन को कम  करने के लिए खाली पेट मखानों का सेवन कर सकते हैं मखाने में वजन को कम करने के लिए पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि आपकी मदद ज़रूर करेंगे।मखाना में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है इसे आसानी से पचाया जा सकता है। साथ ही पेट भी काफी देर तक भरा हुआ रहता है। ऐसे में आपको भूख भी कम लगेगी और वजन घटाने में भी मदद मिलेगी यह आपके शरीर में हो रही पोषक तत्वों की कमी को भी दूर करता है और आपको एनर्जेटिक बनाता है


10) पुरुषों के लिए मखानों के फायदे 

पुरुष मखानों का सेवन एंटी-एजिंग फूड के रूप में भी कर सकते हैं मखानों में एंटी-एजिंग एंजाइम पाए जाते हैं जो डैमेज हुए प्रोटीन को बनाने में सहायक हैं. इनमें मौजूद कैमेफरोल फ्लेवोनोइड एजिंग को कम करता है.खासकर पुरुषों को इसे खाने की खास सलाह दी जाती है. मखाना शारीरिक शक्ति को बढ़ाता है। जिन पुरुषों को वीर्य संबंधी समस्या होती है, उनके लिए मखाना का सेवन फायदेमंद होता है। इसके सेवन से वीर्य दोष में सुधार होता है।मखाना के बीज के सेवन से सेक्स करने की इच्छा बढ़ने में मदद मिलती है।(मखाना, मखाना के उपयोग, मखाना के फायदे, मखाना के नुक्सान)


11) मखाना के फायदे शुगर (मधुमेह) में 


 समय की कमी के कारण लोग असंतुलित भोजन को अधिक प्राथमिकता देते हैं, जिसके कारण शरीर में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। यह डायबिटीज का कारण बनता है। मखाने के नियमित सेवन से हमारे शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित होता है. जिससे शुगर के मरीजों को काफी लाभ मिलता है शुगर जैसी बीमारी में मखाना अपने गुणों के कारण काफी उपयोगी साबित होता है


मखाना खाने का सही समय


भले ही ज्यादातर लोग मखाने को एक स्नैक्स के रूप में खाते हों, लेकिन इसके सेवन के समय का भी खास ध्यान रखना चाहिए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक चाहे मखाने की स्मूदी खाई जाए या इन्हें घी में फ्राई करके खाया जाए, इसके लिए सुबह का समय ही चुनें। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सुबह के समय इसे खाने से इसे आसानी से पचाया जा सकता है। साथ ही पेट भी काफी देर तक भरा हुआ रहता है। ऐसे में आपको फूड क्रेविंग तंग नहीं करेगी और वजन घटाने में मदद मिलेगी।सुबह खाली पेट मखाना खाने से शरीर को बहुत से फायदे मिलते हैं। यह कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है तथा ह्रदय को स्वास्थ्य बनाने में मदद करता है।

मखाना


मखाने के ज्यादा मात्रा में सेवन से नुकसान


  • मखाने के सेवन से कुछ लोगों को समस्या हो सकती है।दस्त की शिकायत होने पर आप मखाने का ज्यादा सेवन न करें।
  • मखाने में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।अगर किसी को किडनी में पथरी की समस्या है तो उन लोगों को मखाने नहीं खाने चाहिए। 
  •  अगर आप पहले से ही दस्त से पीड़ित हैं तो मखाने का सेवन न करें। यह आपकी समस्या को और बढ़ा सकता है। 
  • मखाने में स्टार्च होता है, ज्यादा खाने से शरीर में स्टार्च की मात्रा बढ़ सकती है और एलर्जी हो सकती है। जैसे त्वचा में डेन या खुजली आदि एलर्जी जिससे आपको स्किन पर बहुत समस्य हो सकती है।
  •  मखाने में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। मखाने का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आपको आपको पेट में ऐंठन और गैस हो सकती है।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल


1 दिन में कितना मखाना खाना चाहिए ?

ज़रूरत से ज्यादा किसी भी चीज़ का खाना अक्सर शरीर को नुकसान पहुंचाता है। मखाने के इतने लाभ होने के बावजूद अगर कोई इसे सीमित मात्रा से अधिक खाता है तो इसके साइड इफ़ेक्ट भी देखने को मिल सकते हैं। एक दिन में 25 से 30 ग्राम मखाना ही खाना चाहिए।


2- मखाना किस तासीर का होता है?

आयुर्वेद के अनुसार, मखाना मधुर, ठंडा प्रभाव वाला होता है।मखानों की तासीर ठंडी होती है। फिर भी इसका सेवन किसी भी मौसम में किया जा सकता है।


3- मखाना में कौन-कौन-से पौष्टिक तत्व होते हैं?

इसमें मैग्ननेशियम, पोटाशियम, कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर्स और प्रोटीन्स फाइबर, आयरन, जिंक और कैल्शियम  भरपूर मात्रा में होता है।


4 क्या मखाना खाने से गैस बनती है ?

अगर आप ज़रूरत से ज्यादा मखाना खाते हैं तो आपको कब्ज की समस्या हो सकती है और ये भी देखा गया है कि लोगों को गैस और पेट फूलने जैसी समस्या देखने को मिली है। इसलिए अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है।


5 मखाना खाने का सही समय कौन सा है ?

सुबह खाली पेट मखाना खाने से शरीर को बहुत से फायदे मिलते हैं। यह कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है तथा ह्रदय को स्वास्थ्य बनाने में मदद करता है।


6 दूध के साथ मखाना कैसे खाएं ?

सबसे पहले मखाने को पीस लेना है, उसके बाद उबलते हुए दूध में इसे मिक्स कर दें साथ ही इसमें चीनी डालें। धीमी आंच में इसे गरम होने दें जब तक यह हल्का गाढ़ा न हो जाय। इसके बाद आप इसे थोड़ा ठंडा होने पर खा सकते हैं।

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है  यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें 



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