छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान

 
छोटी इलायची और बड़ी इलायची

छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान


इलायची को 'मसालों की रानी' कहा जाता है।आमतौर पर यह अपनी ख़ुशबू और स्वाद के कारण नमकीन व्यंजनों में ही इस्तेमाल की जाती है।उसकी खुशबू चारों ओर फैलती है. यह बात इलायची को लेकर सर्वथा सच भी है. इलायची दो प्रकार की होता है जैसे-

  1) छोटी इलायची (हरी  इलायची)

2) बड़ी इलायची (काली इलायची)


विषय सुचि (Table of content)



छोटी इलायची


1) छोटी इलायची (हरी  इलायची)क्या है

छोटी इलायची का पौधा हमेशा हरा और 5 फुट से 10 फुट ऊंचा होता है। इलायची के पौधे की पत्तियां 30 से 60 सेंटीमीटर लंबी और 5 से 9 सेंटीमीटर चौड़ी होती हैं। इलायची के पौधे का जीवन काल 10 वर्ष से 12 वर्ष तक होता है। पौधारोपन के तीन से चार साल में फसल तैयार हो जाती है और इतने ही समय में इसमें गुच्छों के रूप में फल लगते हैं।इस के बीज छोटे और कोनेदार होते हैं। इसे 'छोटी इलायची' के नाम से जाना जाता है।छोटी इलायची हरे रंग की होती है(छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)



2) बड़ी इलायची (काली इलायची)क्या है


इसके पेड़ भारत और नेपाल के पर्वतीय क्षेत्रों में पाँच फुट तक ऊँचे होते हैं।इसके फल तिकोने, गहरे भूरे रंग के और लगभग आधा इंच लंबे होते हैं।और इसके बीज छोटी इलायची से थोड़े बड़े होते हैं।बड़ी इलायची काले रंग की होती है। रंग की वजह से ही कई जगहों पर लोग बड़ी इलायची को 'काली इलायची' के नाम से भी बुलाते हैं।(छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)



अन्य भाषाओ में  इलायची के नाम:-


1) छोटी इलायची के नाम

 छोटी इलायची को हिन्दी में छोटी या हरी  इलायची, गुजरात में 'एलचा', संस्कृत में 'एला',  अंग्रेजी में 'Cardomom' ,मराठी में  वेलची और लैटिन में एलेटेरिआ कार्डामोमम कहते हैं। 

2) बड़ी इलायची के नाम

बड़ी इलायची का नाम संस्कृत में एला, काता इत्यादि, मराठी में वेलदोड़े, गुजराती में मोटी एलची तथा लैटिन में ऐमोमम कार्डामोमम (छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)

छोटी या हरी  इलायची और बड़ी इलायची ।

(छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)

इलायची का उपयोग – 

इलायची का उपयोग लगभग हर दिन विभिन्न व्यंजनों की सुगंध और स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से इलायची का उपयोग आसानी से समझा जा सकता है –

  • इलायची किसी भी किचन की शान होती है यह पुलाव इत्यादि बनाने में काफ़ी इस्तेमाल में लाई जाती हैं
  • छोटी इलायची का उपयोग मिठाइयों में भी किया जाता है, जैसे खीर, गुलाब जामुन, गजक व हलवा आदि। तथा बड़ी इलायची  व्यंजनों के रूप में इस्तेमाल होता है।
  • भारत में इलायची गरम मसाले का एक महत्वपूर्ण तत्व है।शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के भोजन में इसका उपयोग किया जाता है।
  • छोटी इलायची का इस्तेमाल मुंह की दुर्गंध दूर करने, मिठाई बनाने और व्यंजनों की खुशबू बढ़ाने में किया जाता है।
  • मसालेदार व्यंजनों के अलावा, ग्राउंड इलायची का उपयोग सूप और चावल के व्यंजन में भी किया जाता है।
  • कोई डिश या सब्जी बनाते समय उसमें इसके दाने डालकर इसका उपयोग कर सकते हैं। 
  • छोटी इलायची का प्रयोग पान, स्वादिष्ट मसाले, धार्मिक कार्यों आदि के लिए करते हैं 
  • इलायची को चाय में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इलायची के इस्तेमाल से इस पेय की खुशबू बढ़ जाती है।
  • इलायची पाउडर को किसी भी डिश में या दूध में डालकर इसका सेवन कर सकते हैं।
  • यूरोप व उत्तरी अमरीका में यह करी पाउडरों व सोसेजों का मुख्य घटक है।
  • आप इसे माउथ फ्रेशनर के रुप में सीधे चबाकर खा सकते हैं। (छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)

छोटी इलायची

(छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)

छोटी इलायची की तासीर और पोषक तत्व

छोटी इलायची की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मियों में इसका पानी बहुत लाभ पहुंचाता है। इलायची में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते  हैं।  इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, कैल्शियम, विटामिन बी-6, प्रोटीन, फाइबर,  राइबोफ्लेविन, नियासिन आदि तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते  हैं। छोटी इलायची से फेफड़ों में रक्तसंचार तेज गति से होने लगता है


गर्मियों में ऐसे तैयार करें इलायची के पानी से ठंडाई

 सबसे पहले जान लेते हैं कि इलायची का पानी बनाते कैसे हैं।इसके लिए पहले इलायची को पीस लें और इसको पानी में डालकर उबाल लें। थोड़ी देर उबलने के बाद बाद इसे छान लें। इसको बहुत ज्यादा नहीं उबालना है। अब इसको जार में भरकर प्रिज में रख लें। अब एक गिलास पानी में 2 चम्मच ये पानी डालकर पिएं। चाहे तो इसमें थोड़ी शक्कर और  नींबू का रस भी मिला सकते हैं। 


बड़ी इलायची की तासीर और पोषक तत्व

आयुर्वेद में बड़ी इलायची की तासीर गर्म मानी गई है । जो कि शरीर को गर्मी देती है।  इंसान के खून, शरीर में मौजूद तरल और ऊतकों का प्रमुख तत्व पोटेशियम है।इलायची के सेवन से पोटेशियम की पर्याप्त मात्रा शरीर में बनी रहती है ।   बड़ी इलायची में कुछ खास किस्म के पोषक तत्व मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, कैल्शियम, विटामिन बी-6, प्रोटीन, फाइबर और तेल होता है। ये कई तरह की बीमारियों को दूर करने में कारगर होता है। औषधि के रूप में प्रयोग करने के लिए बड़ी इलायची का इस्तेमाल चिकित्सक के परामर्शानुसार करें।(छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)


छोटी इलायची और बड़ी इलायची


(छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)

छोटी इलायची के फायदे 

इलायची का उपयोग लगभग हर दिन विभिन्न व्यंजनों की सुगंध और स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। तो वहीं लोग इसे रोजाना माउथ फ्रेशनर के तौर पर खाना पसंद करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि माउथ फ्रेशनर, खुशबू और स्वाद के लिए इस्तेमाल की जाने वाली छोटी  इलायची सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाने में भी मदद करती है।


1) शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त रखने में मदद

इलायची  एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन सी और पोटैशियम के गुणों से भरपूर होता है । ये सभी तत्व शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालने में मददगार होते हैं. शरीर में मौजूद विषैले और हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने के लिए भी इलायची काफी प्रभावी साबित हो सकती हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक इलायची में पानी के सहारे शरीर में मौजूद अशुद्धी निकालने की प्राकृतिक क्रिया को बढ़ावा देने की क्षमता मौजूद होती है । इसी क्षमता के कारण हरी और बड़ी इलायची के फायदे शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त रखने में मदद कर सकते हैं।


2) हिचकी होगी दूर


अचानक से अगर आपको हिचकी आने लगे और ये बंद ही न हो, तो इसका इलाज है इलायची। इसके लिए एक इलायची को मुंह में रख धीरे-धीरे चबाते रहें।


3) गले की सुजन में आराम 

यदि गले में सूजन आ गई हो, तो मूली के पानी में छोटी इलायची पीसकर सेवन करने से लाभ होता है।


4) पुरुषों की शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए फायदेमंद

पुरुषों की शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए हरी इलायची काफी हेल्दी हो सकती है।शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए रात में सोने से पहले 1 गिलास गर्म दूध के साथ इलायची उबाल लें।इस दूध के सेवन से शारीरिक क्षमता बेहतर हो |


5) सूखी खाँसी का इलाज  :-

 प्रदूषण में भरे वातावरण के कारण लोगों को सूखी खाँसी तथा दम फूलने की शिकायत  हो जाती है। इलायची तथा काली मिर्च की बराबर मात्रा का काढ़ा बना लें। इस 15 मि.ली. काढ़े में खांड़ मिलाकर पीयें। सूखी खाँसी तथा सांसों के फूलने की परेशानी ठीक होती है।


6) जी मिचलाने पर राहत

बहुत लोगों को यात्रा के दौरान बस में बैठने पर चक्कर आते हैं या जी घबराता है। इससे निजात पाने के लिए एक छोटी इलायची मुँह में रख लें।और इसे चुस्ते रहे। छोटी इलायची के उपयोग से आराम मिलेगा


7) पेचिश में छोटी इलायची के फायदे

इलायची को पानी में उबालकर उस पानी को 10-15 मिली मात्रा में सेवन करने से पेचिश,लूज मोशन, तथा पेशाब की समस्या में लाभ होता है।


8) पेट की गैस और एसिडिटी में राहत 

इलायची  पेट में गैस और एसिडिटी में राहत देती है। यदि भोजन के बाद एसिडिटी होती है तो भोजन के बाद नियमित रूप से इलायची का सेवन करें। यह भोजन को पचाने में भी सहायक है।


9) गले की खराश में राहत

यदि आवाज बैठी हुई है या गले में खराश है,तो सुबह उठते समय और रात को सोते समय छोटी इलायची चबा-चबाकर खाएँ तथा गुनगुना पानी पीएँ।छोटी इलायची के उपयोग से गले की खराश में आराम मिलेगा |

10) सर्दी-खाँसी और छींक होने पर फायदेमंद

सर्दी-खाँसी और छींक होने पर एक छोटी इलायची, एक टुकड़ा अदरक, लौंग तथा पाँच तुलसी के पत्ते एक साथ पान में रखकर खाएँ।

बड़ी इलायची


(छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)

बड़ी इलायची के फायदे

बड़ी इलायची की तासीर गर्म होती है। इसलिए बड़ी इलायची के फायदे हासिल करने के लिए इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें,बड़ी इलायची  कई तरह की बीमारियों को दूर करने में कारगर होता है |बड़ी इलायची के फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं।


1) उल्टी  में राहत

 बड़ी इलायची पाँच ग्राम लेकर आधा लीटर पानी में उबाल लें। जब पानी एक-चौथाई रह जाए, तो उतार लें। यह पानी पीने से उल्टियाँ बंद हो जाती हैं।


2) पाचन क्रिया को बढ़ाने में फ़ायदेमंद

2 ग्राम सौंफ के साथ इसके 8-10 बीजों का सेवन करने से पाचन शक्ति मजबुत होती है। नियमित रूप से बड़ी इलायची का सेवन करने से भोजन आसानी से पचने लगता है और साथ ही खट्टी डकार, सीने में जलन, उल्टी और कब्ज जैसे लक्षण भी काफी हद तक कम हो जाते हैं।


3) मुँह में छाले  में आराम  

मुंह में छाले होने पर बड़ी इलायची को बारीक पीसकर उसमें पिसी हुई मिश्री मिलाकर जीभ पर रख लें |ऐसा करने पर मुंह के छाले में तुरंत आराम मिलेगा


4) मूत्र रोग में फायदेमंद बड़ी इलायची 


बड़ी इलायची के बीज के चूर्ण में समान भाग मिश्री मिला लें। इसे 2-3 ग्राम की मात्रा में रोज सुबह और शाम सेवन करने से पेशाब खुल कर आने लगता है।


5) दांतो के दर्द में फायदेमंद

4-5 बड़ी इलायची के फल को 400 मिली पानी में उबाल लें। इस काढ़ा से कुल्ला करने से दांत दर्द ठीक होता है।इलायची और लौंग के तेल को बराबर मात्रा में लेकर दांतों पर मलने से दांतों का दर्द दूर होता है।


6) बड़ी इलायची से बनाएं बालों को घने और मजबूत

बड़ी इलायची में खास प्रकार के एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण पाए जाते हैं, जो बालों की ग्रोथ को स्टिमुलेट करते हैं, जिससे बाल घने होने लगते हैं। साथ ही इससे बालों की जड़ों को पर्याप्त पोषण मिलता है जिससे वे टूटना बंद हो जाते हैं।


7) स्किन के लिए फायदेमंद 

स्किन के लिए भी बड़ी इलायची काफी फायदेमंद मानी जाती है| बड़ी इलायची का सेवन करने से मुंहासों की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है| इतना ही नहीं ये त्वचा को चमकदार बनाने में भी मददगार हो सकती है|

छोटी इलायची

(छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)

ज्यादा सेवन से छोटी इलायची के नुकसान

ऐसा नहीं कि सेहत के लिए फायदेमंद छोटी इलायची को आप ज्यादा खाने लगे। इसका  ज्यादा सेवन भी आपके लिए अच्छा नहीं रहेगा।

  • छोटी इलायची के अधिक सेवन से स्टोन (पथरी) की समस्या हो सकती है।

  • छोटी इलायची का अधिक सेवन करने पर ये स्किन एलर्जी, दाग, धब्बे जैसी समस्या पैदा कर सकती है।

  •  अगर आपको इलायची खाने से एलर्जी होती है तो उसका सेवन करने से बचें


ज्यादा सेवन से बड़ी इलायची के नुकसान

बड़ी इलायची की तासीर गर्म होती है। इसलिए बड़ी इलायची के फायदे हासिल करने के लिए इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें । इसका  ज्यादा सेवन भी आपके लिए अच्छा नहीं रहेगा।

  • गर्भवती महिलाओं को बड़ी इलायची का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए।

  •  जिन लोगों का शुगर लेवल लो रहता है, उन्हें बड़ी इलायची का सेवन करने से बचना चाहिए।

  •  बड़ी इलायची का अधिक सेवन करने से त्वचा संबंधी  समस्या हो सकती है।



बड़ी इलायची

(छोटी और बड़ी इलायची के उपयोग, फायदे व नुकसान)

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं हैअधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।blogcryfe इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है









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