अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान

  

Benefit of ginger


अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान


आज हम इस पोस्ट में अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में जानेंगे। अदरक न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट लगती है बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है। हजारों सालों से लोग अदरक का इस्तेमाल खाना पकाने और उपचार के लिए करते आ रहे हैं।रोम, यूनान, चीन और अरब देशों के प्राचीन लेखों में अदरक को औषधि के रूप में प्रयोग करने का वर्णन मिलता है। यह मतली और दस्त सहित पेट दर्द के इलाज के रूप में एशियाई चिकित्सा में विशेष रूप से लोकप्रिय था। अदरक के अन्य पारंपरिक उपयोगों में मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द, सर्दी और फ्लू के लक्षण, पेट दर्द, मासिक धर्म में ऐंठन और त्वचा की जलन का इलाज करना शामिल है।(अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)

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अदरक

अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)

अदरक क्या है?

अदरक में भी हल्दी की तरह कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। अदरक, हर घर की रसोई में मौजूद सबसे महत्वपूर्ण मसालों में से एक है।अदरक का कोई बीज नहीं होता, अदरक के ही छोटे-छोटे टुकड़े जमीन में गाड़ दिए जाते हैं। यह एक पौधे की जड़ है।कई लोकप्रिय व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए प्रमुख सामग्री के रूप में अदरक का इस्तेमाल किया जाता है। अदरक से शरीर को एनर्जी और जोश मिलता है और इसीलिए अदरक का इस्तेमाल न सिर्फ खाने बल्कि और भी कई चीजों में किया जाता है।सूखे हुए अदरक को सौंठ कहते हैं। 

अदरक भारत की एक मुख्य मसाले वाली फसल है। अदरक की पैदावार में भारत सबसे आगे है। कर्नाटक, उड़ीसा, अरूणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और गुजरात अदरक पैदा करने वाले मुख्य प्रान्त है।भारत में यह बंगाल, बिहार, चेन्नई,मध्य प्रदेश कोचीन, पंजाब और उत्तर प्रदेश में अधिक उत्पन्न होती है। 

अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)

अदरक में मौजूदा औषधि गुण 

भारत के आयुर्वेदिक ग्रंथों में अदरक को सबसे महत्वपूर्ण बूटियों में से एक माना गया है। यहां तक कि उसे अपने आप में औषधियों का पूरा खजाना बताया गया है। अदरक में आयरन कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, सोडियम, विटामिन E और C, जिंक, फोलेट एसिड, फैटी एसिड के गुण पाए जाते हैं । अपने इन्ही पौष्टिक तत्व के कारण ही अदरक को आयुर्वेद में खूब इस्तेमाल किया जाता है ।आयुर्वेदिक चिकित्सक इसको एक शक्तिशाली पाचक के रूप में लेने की सलाह देते हैं क्योंकि यह पाचक अग्नि को भड़काता है और भूख बढ़ाती है। इसके पोषक तत्व शरीर के सभी हिस्सों तक आसानी से पहुंच पाते हैं। आयुर्वेद में अदरक को जोड़ों के दर्द, मतली और गति के कारण होने वाली परेशानी के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है।


अदरक

अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)


अदरक का उपयोग 


सर्दी के मौसम में आप अदरक का उपयोग कई तरीकों से कर सकते है।

  • अदरक की चाय बनाकर पी सकते हैं। आप अदरक की चाय बनाने के लिए सूखे या ताजे अदरक की जड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं और उसे रोजाना दो से तीन बार पी सकते हैं।

  •  आप चाहें तो अदरक की चटनी बना सकते हैं 
  •  आप अदरक के रस को शहद में मिलाकर खा सकते हैं.
  •   इसके अलावा रोजाना घर में बनने वाली सब्जी में भी अदरक की थोड़ी सी मात्रा मसाले के रूप में डाल सकते हैं।
  • पाचन से संबंधित परेशानियों में राहत के लिए सुबह खाली पेट अदरक के पानी को पीने की सलाह दी जाती है।


अदरक के फायदे 


अदरक कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने, ब्लड प्रेशर को ठीक रखने, खून को जमने से रोकने का काम करता है। इससे दिल संबंधित बीमारियां भी नहीं होती है। इसलिए अपनी डाइट में अदरक को शामिल करें।अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)


1) शुगर लेवल को कम करता है

जिन लोगों को मधुमेह है उनके लिए अदरक सबसे अच्छी चीज है। यह बढ़ी शुगर को कम करने का काम करता है। एक सर्वे में  40 लोगों को रोजाना 2 ग्राम अदरक पाउडर दिया गया जिसके बाद देखा गया उनकी खाली पेट का शुगर लेवल 12 फीसद कम हुआ है


2) कफ दूर करने में फायदेमंद है अदरक

 ठंड के मौसम में कफ बढ़ना एक आम समस्या है। कफ के कारण बार- बार खाँसी होती है और गले में भी जकड़न बनी रहती है। कफ से जुड़ी इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप अदरक के रस का उपयोग शहद के साथ मिलाकर करें।अदरक को नींबू के रस या चाय में मिलाकर पीने से छाती में जमा कफ या गले में मौजूद बलगम को आसानी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है, क्योंकि अदरक में पोटेशियम, सोडियम, विटामिन सी, विटामिन बी6, फॉस्फोरस जैसे विटामिंस मौजूद होते हैं जो आपके शरीर को स्वस्थ बनाते है।


3) सर्दी-जुखाम में फायदेमंद है अदरक

ठंड के मौसम में सबसे ज्यादा सर्दी-जुखाम होने का खतरा रहता है। क्योंकि बदलते मौसम में सर्दी-जुखाम सबसे ज्यादा होता है।लेकिन अगर आप नियमित अदरक का सेवन करते हैं तो इससे आपको सर्दी-जुखाम की समस्या नहीं होगी। इसलिए चाय में अदरक का सेवन किया जाता है।


4) लिवर को रखता है मजबूत

अगर आपको लिवर संबंधी समस्या है तो आप अदरक का सेवन कर सकते हैं, आप अदरक की चाय पी सकते हैं, इसके अलावा आप अदरक का पाउडर बनाकर भी उसका इस्तेमाल कर सकते हैं, ऐसा करने से आपको लिवर को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।

5) कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है

बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हार्ट स्ट्रोक और हार्ट अटैक का कारण बनता है। जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ होता है उनके लिए अदरक बहुत ही अच्छी चीज है। खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और शरीर को फिट बनाता है।अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)


अदरक(सोंठ)

अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)

6) ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में फायदेमंद 

कच्चा अदरक ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है ।इसलिए अगर किसी को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत हो तो रोजाना कच्चे अदरक का सेवन करना चाहिए।

7) वजन बढ़ाने के लिए फायदेमंद 

कई लोग अपने पतले पन से परेशान होते हैं, लेकिन अगर आप नियमित अदरक का सेवन करते हैं तो इससे आपकी भूख बढ़ेगी, जिससे आपका वजन भी बढ़ने के चांस रहते हैं, इसलिए लोगों को वजन बढ़ाने के लिए अक्सर अदरक को शहद में मिलाकर सेवन करने की सलाह दी जाती है।अदरक का अचार खाने से भूख बढ़ती है

8) पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद 

अदरक पेट को साफ रखता है, ऐसे में आपको भूख अच्छी लगती है, आप अदरक को शहद के साथ भी ले सकते हैं, इसके अलावा अदरक का इस्तेमाल सब्जी में भी किया जा सकता है। क्योंकि अदरक के सेवन से भूख अच्छी लगती है और पाचन संबंधी समस्या भी नहीं होती है। इसके अलावा जिन लोगों को पाचन क्रिया से संबंधित परेशानी होती हैं उन लोगों के लिए अदरक अत्यधिक फायदेमंद  हो सकता है। आप अदरक का सेवन पुदीने की चटनी में पीस कर कर सकते हैं।

9) रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए फ़ायदेमंद

दरअसल, अदरक में ऐसे कई गुण पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। अदरक में पोटैशियम, मैग्निशियम, फोलेट, जिंक, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन बी, सी, और सोडियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो सर्दियों के मौसम में शरीर को अंदर से गर्म रखता है। ऐसे में सर्दियों में अदरक का सेवन करने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत रहती है। जबकि यह आपको कई मौसमी बीमारियों से भी बचाता है।

10) मासिक धर्म के दर्द  में आराम

कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान बहुत दर्द होती है।मासिक धर्म के दर्द के लिए बहुत सारी दवाएं हैं लेकिन अगर आप बहुत अधिक दवाई लेना पसंद नहीं करती हैं, तो अदरक को आजमा सकती हैं।  ऐसे में अदरक की चाय काफी फायदा पहुंचाती है। इसलिए दिन में 2 बार अदरक की चाय पीएं। इससे दर्द कम होगा।अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)


अदरक के घरेलु उपाय

  • 5 मिली अदरक के रस में शहद मिलाकर सेवन करने से खांसी ठीक होती है।
  • सोंठ, तिल और गुड़ को समान मात्रा में पीस लें। इसे 2-4 ग्राम की मात्रा में 50-100 मिली दूध के साथ पिएं। इससे 3-7 दिनों में गठिया का दर्द ठीक होने लगता है।
  • 100 मिली दूध में 2 ग्राम अदरक चूर्ण मिलाकर पिएं। इससे जुकाम में लाभ होता है।
  • 2 ग्राम सोंठ चूर्ण को घी के साथ अथवा केवल सोंठ चूर्ण को गर्म जल के साथ रोज सुबह खाने से भूख बढ़ती है। 
  • अदरक, त्रिफला और गुड़ को समान मात्रा में मिलाकर सेवन करने से पीलिया रोग का इलाज होता है।
  • भोजन से पहले नमक छिड़क कर अदरक के टुकड़े खाने से लार बढ़ता है, जो पाचन में मदद करता है और पेट की समस्याओं से बचाव करता है।
  • दांत के दर्द में अदरक के इस्तेमाल से फायदे होते हैं। सोंठ के टुकड़े को दांतों के बीच दबाने से दांत के दर्द का इलाज होता है।

  • अदरक के एक लीटर रस में 500 मिली तिल का तेल डालकर आग पर पका लें। जब रस जलकर केवल तेल रह जाये तो उतारकर छान लें। इस तेल की शरीर पर मालिश करने से जोड़ों का दर्द ठीक होता है।
  • रोज भोजन की शुरुआत में नमक एवं अदरक की चटनी खाने से जीभ एवं कंठ के विकार दूर होते हैं। भूख बढ़ती है और ह्रदय बलवान होता है।

  • 2 चम्मच अदरक के रस में मधु मिलाकर सुबह और शाम सेवन करें। इससे सांसों से जुड़ी बीमारी, खांसी तथा जुकाम आदि रोगों में लाभ होता है।


अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)

सोंठ बनाने की विधि

सोंठ बनाने के तरीके को निम्न प्रकार से आसानी से समझा जा सकता है।

सामग्री

  • 100 ग्राम अदरक

  • चूने का पानी (आवश्यकतानुसार)

  • नींबू के रस का पानी (आवश्यकतानुसार)

बनाने का तरीका

  • सबसे पहले अदरक की ऊपरी परत को चाकू से छील लें।
  • अब इसे करीब 24 घंटे के लिए पानी से भरे बर्तन में डालकर छोड़ दें।
  • समय पूरा होने के बाद अदरक को पानी से निकालकर, नींबू का रस मिले पानी से अच्छे से धोएं।
  • अब इसे चूने के पानी में डुबोकर छोड़ दें।
  • इसे चूने के पानी में तब तक भीगने दें, जब तक अदरक पर चूने की सफेद परत न आ जाएं।
  • अब इसे चूने के पानी से निकाल कर धूप में सूखने के लिए छोड़ दें।
  • अच्छी तरह सूख जाने के बाद टाट से रगड़कर इस पर बचे हुए छिलके को भी अलग कर दें।
  • अब सोंठ इस्तेमाल के लिए तैयार है, जिसे उपयोग कर सोंठ के फायदे हासिल किए जा सकते हैं।

अदरक नींबू और शहद की चाय कैसे बनाएं

अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)

अदरक नींबू और शहद की चाय कैसे बनाएं


सामग्री –

पानी – 1 1/2 कप 

अदरक – 1 इंच का टुकड़ा 

नींबू – 1 

शहद – 1 टेबल स्पून

बनाने का तरीका

डेढ़ कप पानी उबलने के लिए रख देंगे |अदरक को कूट लेंगे |पानी में उबाल आ गया है अब कूटा हुआ अदरक डाल देंगे ओर चार से पांच मिनट के लिए उबाल लेंगे | चार से पांच मिनट हो गए हैं आप देख सकते हैं अदरक का स्वाद पानी में आ गया है पानी का रंग भी बदल गया है |तो अब इसे एक कप में छान लेंगे |अब कप में नींबू का रस निचोड़ देंगे साथ शहद डाल कर चम्मच की सहायता से अच्छे से घोल लेंगे |तो यह देखिये अदरक नींबू और शहद की चाय पिने के लिए बिल्कुल तैयार है |अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)



ज्यादा मात्रा सेवन से अदरक(सोंठ) के नुकसान


सोंठ का एक सही  में सेवन करना आमतौर पर स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित रहता है। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि किसी भी रोग के घरेलू उपाय के रूप में अदरक का सेवन सीमित मात्रा में ही करें क्योंकि अधिक मात्रा का सेवन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है यदि आप  रोजाना 5 ग्राम से अधिक मात्रा में इसका सेवन कर रहे हैं तो इसके गंभीर साइड-इफेक्ट्स का खतरा बढ़ जाता है। इसमें कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।

  •   सामान्य से अधिक मात्रा में सोंठ का सेवन करने से सीने में जलन, जी मिचलाना उल्टी और पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा कुछ लोगों को सोंठ से एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है। जब उनका शरीर सोंठ के संपर्क में आता है, तो उन्हें एलर्जी के लक्षण होने लगते हैं,
  •  अधिक मात्रा में अदरक का सेवन  करने से लो ब्लड शुगर की समस्या होने का खतरा रहता है। ब्लड शुगर का स्तर कम होने की स्थिति में चक्कर आने, थकान और बेहोशी जैसे दिक्कत हो सकती है। इसका हमेशा ख्याल रखा जाना चाहिए।
  • गर्भावस्था के दौरान अदरक का अधिक सेवन करना शिशु और मां दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
  • अदरक के शुरुआती साइड-इफेक्ट्स में हार्ट बर्न, दस्त, डकार, और पेट की सामान्य परेशानी हो सकती है
  •  इसका अधिक मात्रा में सेवन करना दिल की धड़कन में अनियमितता, धुंधली दृष्टि और अनिद्रा जैसी समस्याओं का खतरा भी पैदा कर सकता है। 

अदरक(सोंठ)

अदरक के फायदे, उपयोग और नुकसान)

ध्यान देने योग्य बातें

  • दो साल से कम उम्र के बच्चों को अदरक नहीं दी जानी चाहिए।
  • आम तौर पर, वयस्कों को एक दिन में 4 ग्राम से ज्यादा अदरक नहीं लेनी चाहिए। इसमें खाना पकाने में इस्तेमाल किया जाने वाला अदरक शामिल है।
  • गर्भवती स्त्रियों को 1 ग्राम रोजाना से अधिक सोंठ नहीं लेना चाहिए।
  • अत्यधिक सूजन को कम करने के लिए आप रोजाना प्रभावित क्षेत्र पर कुछ बार अदरक के तेल से मालिश कर सकते हैं।
  • अदरक खून पतला करता हैं।
  • किसी विशेष समस्यारने वाली दवाओं सहित बाकी दवाओं के साथ परस्पर प्रभाव कर सकती है के लिए अदरक की खुराक की जानकारी और संभावित दुष्प्रभावों के लिए हमेशा डॉक्टर से संपर्क करें।
  • इन दिनों मार्केट में दो तरह के अदरक बिक रहे हैं पहाड़ी जड़ और असली अदरक। असली अदरक को पहचानने के लिए उसकी खुशबू काफी है। अगर आप उसे नाखून से खरोचते हैं तो उसकी खूशबू बहुत देर तक आपकी हाथों में रहेगी। साथ ही वह एक छिलने पर एकदम फ्रेश नजर आएगी। असली अदरक को चाय या सब्जी में डालने पर खुशबू और स्वाद आ जाता है।



अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं हैअधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।blogcryfe इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है

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