व्यायाम के फायदे

व्यायाम के फायदे

इस पोस्ट में हम व्यायाम के फायदे जानेंगे व्यायाम  ऐसी क्रिया व गतिविधि है जो शरीर को स्वस्थ रखने के साथ -साथ व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य को भी बढाती है। 

यह अलग अलग कारणों के लिए किया जाता है, जिनमे शामिल हैं: मांसपेशियों को मजबूत बनाना, हृदय प्रणाली को सुदृढ़ बनाना, एथलेटिक कौशल बढाना, मोटापा जैसे समृद्धि के रोगों को रोकने में मदद करता है।  

यह मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है और तनाव को रोकने में मदद करता है।


 बचपन का मोटापा एक बढ़ती हुई वैश्विक चिंता का विषय है और

 शारीरिक व्यायाम से बचपन के मोटापे के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है।

जो लोग व्यायाम और योग करते हैं वह लोग कभी भी आसानी से बीमार नहीं पड़ते हैं। 

रोग दुर्बल शरीर पर आक्रमण करता है और व्यायाम करने वाला व्यक्ति हमेशा तंदुरुस्त और शक्तिशाली रहता है। 

बीमारी या रोग से बचने का एकमात्र समाधान है व्यायाम। प्रतिदिन व्यायाम करने शरीर को शक्ति तथा स्फूर्ति मिलती है


 व्यायाम के प्रकार

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* नम्यक (लचीलापन) व्यायाम 

* एरोबिक व्यायाम 

* एनारोबिक व्यायाम, 


1 सूक्ष्म व्यायाम 

2 सूर्य नमस्कार 

3 भार उठान


4 सीढ़ियां चढ़ना

5 लंबी पैदल यात्रा 

6 साईकिल  चलाना

7 तैराकी

8 नौकायन

9  टेनिस खेलना

10 वजन उठाना

11 छोटी दूरी की तेज दौड़ (स्प्रिन्टिंग) 

12 दंड-बैठक

13  कुश्ती

14 जिम्नैस्टिक

15  टेनिस


 व्यायाम जरूरत से ज्यादा करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है 

और हड्डियों को भी नुकसान होता है।अधिक व्यायाम से जोड़ों में दर्द, कमर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं 

सूरज निकलने के पहले या जल्दी उठकर व्यायाम करने के बजाए सुबह 10 से 11 बजे 

के बीच व्यायाम करना ज्यादा फायदेमंद होता है। इस समय आपका मेटाबॉलिज्म सही होता है

अपने आहार में जंक फूड और पैक्ड फूड का सेवन कम करें. ज्यादातर पैक्ड फ्रूट्स जूस और 

जंक फूड में कई तरह के प्रिजर्वेटिवस को मिलाया जाता है. 

इन चीजों में कैलोरी की मात्री अधिक होती है और पोषक तत्व बहुत कम होते हैं


ग्रन्थ                        ग्रन्थकर्ता                     रचनाकाल


मास्टर योग चार्ट          धर्म मित्र                                1984

गोरक्ष शतक           गुरु गोरख नाथ                      १०-११वीं शताब्दी

मास्टर योग चार्ट           धर्म मित्र                               1984

शिव संहिता                  ............                              १५वीं शताब्दी

योग सोपान            योगी घामंडे                         1905 

हठ योग प्रदीपिका         स्वामी स्वात्माराम                १५वीं शताब्दी

जोग प्रदीपिका               रामानन्दी जयतराम             1830

हठ रत्नावली                  श्रीनिवास                      १७वीं शताब्दी 


रोग प्रतिरोधक क्षमता विशेष कोशिकाओं, उत्तकों और शरीर के दूसरे अंगों का एक नेटवर्क है 

जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया और वायरस से बचाता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता

 को अंग्रेजी में इम्युनिटी कहते हैं। यह शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।


रोग प्रतिरोधक क्षमता में खान-पान और जीवनशैली की बड़ी भूमिका होती है।

जिसका रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होता है वो अधिक बीमार पड़ते हैं। 

खान-पान और जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता

 को आसानी से मजबूत बनाया जा सकता है।


 व्यायाम शुरू करने से पहले आपने अपने शरीर को अच्छी तरह से गर्म नहीं किया तो आपकी मांसपेशियां लचीली नहीं हो पाएंगी

मांसपेशियों के फटने का खतरा बना रहता है.  व्यायाम शुरू करने से पहले कम से कम 10-15 मिनट शरीर को गर्म जरूर करे     

 


व्यायामसे मांसपेशियांम मजबूत रहती हैं

प्रतिदिन व्यायाम करने से शरीर में खून का बहाव सही तरीके से रहता हैं इससे मांसपेशियां मजबूत रहती हैं 

रोज व्यायाम करने से हमारे दिमाग की जो कोशिकाएं हैं वह भी सक्रिय रूप से कार्य करती हैं ब्लड सरकुलेशन सही रहता हैं 

किसी भी कार्य के बारे में सोचने समझने की क्षमता बढ़ती हैं.

हड्डी से जुड़ी अन्य बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।  कार्डियो व्यायाम करने से आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है

 जिससे आपकी मांसपेशियों को अधिक से अधिक ऑक्सीजन प्राप्त होता है, फिटनेस एक्सपर्ट्स का कहना है कि मांसपेशियों को 

बढ़ने के लिए सही मात्रा में पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. इसके लिए आपकी डाइट में प्रोटीन, कार्ब्स और फैट अवश्य शामिल होने चाहिए है.



2 नींद की समस्या दूर होती हैं :-

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 देखा गया हैं कि किसी किसी को रात में अच्छे से नींद नही आती है जिससे उस व्यक्ति का दिन भर किसी भी काम में मन नहीं लगता हैं 

 जब नींद पूरी नहीं होगी तो किसी भी कार्य में मन नहीं लगेगा दिनभर आलस रहता हैं


आपके शरीर को हर रोज एक पर्याप्त और अच्छी नींद लेने की आवश्यकता होती है. इसलिए अच्छी नींद लेना एक बेहतर शरीर

 के लिए सबसे अच्छा काम हो सकता है. व्यायाम के बाद, आपकी मांसपेशियां दिन के दौरान आपके द्वारा सेवन किए गए पोषक तत्वों

 और पानी का उपयोग करती हैं और आपकी मांसपेशियों के निर्माण और बढ़ने के लिए आपकी नींद के दौरान कार्य करइम्युनिटी मजबूत होना हैं.

 इसलिए आपको अक्सरसाइज, हेल्दी डाइट के साथ-साथ रोजाना एक अच्छी लेना भी बहुत आवश्यक होता है.



वजन नियन्त्रित  रहता हैं :-

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स्वस्थ शरीर के लिए सही वजन बनाए रखना हर किसी के लिए एक सपने जैसा होता है और नियमित व्यायाम से आप शरीर 

का वांछित वजन प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप पर्याप्त व्यायाम के साथ संतुलित आहार खाते हैं, तो आप आसानी से

 अतिरिक्त वजन से छुटकारा पा सकते हैं



डायबिटीज के खतरे को कम करता है :-

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एक्सरसाइज करने से न केवल वजन कम होता है, बल्कि उम्र के साथ मोटे लोगों में भी डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है।

 नियमित व्यायाम से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है और डायबिटीज का खतरा कम होता है

इम्युनिटी मजबूत होती है :-

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अगर आप हर रोज व्यायाम करते हैं तो आप अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं. इम्यूनिटी मजबूत होने के बाद आपका इम्यून सिस्टम

 किसी भी तरह के रोगाणु से आपका शरीर कई गुना ज्यादा मजबूती से लड़ता है रोग प्रतिरोधक क्षमता विशेष कोशिकाओं, उत्तकों

 और शरीर के दूसरे अंगों का एक नेटवर्क है जो शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया और वायरस से बचाता है। 

रोग प्रतिरोधक क्षमता को अंग्रेजी में इम्युनिटी कहते हैं। यह शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।

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