Raw Turmeric Benefits:
आइए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग, फायदे और नुकसान
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम कच्ची हल्दी
के फायदों के बारे में जानेंगे और जानेंगे कि यह आपके आहार में शामिल करने
लायक क्यों है। कच्ची हल्दी में सबसे ज्यादा एंटीबैक्टीरियल,
एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल तत्व मौजूद होते हैं। इसके शक्तिशाली
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से लेकर विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों के लिए एक
प्राकृतिक उपचार के रूप में इसकी क्षमता तक, कच्ची हल्दी एक शक्तिशाली घटक है
जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
विषय सूची
कच्ची हल्दी क्या है?
कच्ची हल्दी दिखने में बिल्कुल अदरक की तरह होती है,यह अदरक की प्रजाति का पाँच से छह फुट तक बढ़ने वाला पौधा है जिसमें जड़ की गाठों में हल्दी मिलती है।इन गाठों को कच्ची हल्दी कहते हैं लेकिन जब आप इसे काटते हैं, तो अंदर से इसका रंग पीला होता है। हल्दी को आयुर्वेद में प्राचीन काल से ही एक चमत्कारिक द्रव्य के रूप में मान्यता प्राप्त है। आज भी गांवों, छोटे शहरों में कच्ची हल्दी को पीसकर सब्जी, दाल आदि में डाला जाता है। कच्ची हल्दी एक बेहद ही हेल्दी हर्ब है। (आइए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग, फायदे और नुकसान)
कच्ची हल्दी में मौजूद पोषक तत्व
कच्ची हल्दी में सबसे ज्यादा एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल तत्व मौजूद होते हैं। ये तीनों ही तत्व शरीर को कई रोगों से बचाए रखने में मदद करते हैं। साथ ही कच्ची हल्दी में विटामिन सी, के, पोटैशियम, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, फॉस्फोरस, थियामिन, राइबोफ्लेविन आदि भी मौजूद होते हैं। इन सभी तत्वों की जरूरत शरीर के अंगों को स्वस्थ रहने, सुचारू रूप से कार्य करने के लिए होती है।सर्दियों के मौसम में हल्दी की चाय और हल्दी के दूध का खूब इस्तेमाल किया जाता है. कच्ची हल्दी को गुणों का भंडार कहा जाता है.
(आइए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग, फायदे और नुकसान)
कच्ची हल्दी का उपयोग
यहां हम कच्ची हल्दी के उपयोग के कुछ तरीके बता रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग
- सर्दियों के मौसम में हल्दी की चाय का खूब इस्तेमाल किया जाता है।
- कच्ची हल्दी का अचार बनाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
- कच्ची हल्दी का प्रयोग सब्जी में तड़का लगते समय किया जाता है।
- कच्ची हल्दी को दूध में उबालकर इसका सेवन किया जा सकता है।
- सूप में भी कच्ची हल्दी को मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
- कच्ची हल्दी का इस्तेमाल चटनी में भी किया जा सकता है।
- कच्ची हल्दी को धोकर इसे ग्रीन सलाद में मिलाकर भी खाया जा सकता है।
- डॉक्टरी परामर्श पर कच्ची हल्दी का तेल इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
- शादी से एक दिन पहले दूल्हा और दुल्हन दोनों के शरीर पर हल्दी का लेप लगा जाता है।
- कच्ची हल्दी का उपयोग फेस पैक के रूप में भी किया जा सकता है।
कच्ची हल्दी की तासीर और सेवन की मात्रा
कच्ची हल्दी गर्म तासीर की होती है। एक चम्मच पिसी हुई हल्दी में लगभग 170-190 मिलीग्राम करक्यूमिन होता है। एक दिन में कम से कम 400 मिलीग्राम या 800 मिलीग्राम करक्यूमिन तक का सेवन सुरक्षित है। इसलिए सामान्य लोग एक दिन में 1 से 3 चम्मच हल्दी का सेवन कर सकते हैं।

(आइए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग, फायदे और नुकसान)
कच्ची हल्दी के फायदे :
कच्ची हल्दी को गुणों का भंडार कहा जाता है। कच्ची हल्दी में पाए जाने वाले गुण शरीर को कई लाभ पहुंचाने में मदद कर सकते हैं। कच्ची हल्दी को डाइट में शामिल कर इम्यूनिटी को मजबूत बना सकते हैं तो चलिए बिना देर किए जानते हैं कच्ची हल्दी से मिलने वाले फायदे।
1) सर्दी, खांसी, गले में खराश करे दूर कच्ची हल्दी
सर्दियों का मौसम आते ही लोग खांसी, सर्दी-जुकाम, गले में खराश, बुखार आदि से परेशान रहने लगते हैं। बेहतर है कि आप सर्दियों के दस्तक देते ही डाइट में कच्ची हल्दी शामिल करना शुरू कर दें। रात में दूध में कच्ची हल्दी उबालकर गर्म पिएं। इससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस में भी आराम मिल सकता है। यह सूखी खांसी को भी ठीक करने में बेहद कारगर होती है। गले में खराश है, तो इसे पानी में उबालें। इसे छानकर गुनगुना पिएं।
2) मसूड़ों में दर्द
मसूड़ों में दर्द होने पर सरसों के तेल में हल्दी मिलाकर मसूड़ों पर सुबह-शाम मसाज करने से दर्द से राहत मिलती है. साथ ही मसूड़ों की अन्य दिक्कतें भी दूर होती हैं. पायरिया में भी राहत मिलती है.
3) दिल के लिए कच्ची हल्दी फायदेमंद
कच्ची हल्दी कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रण रखने में सहायक होती है। दिल के मरीजों को डाइट में कच्ची हल्दी को शामिल करना चाहिए। दिल के लिए कच्ची हल्दी काफी फायदेमंद होती है।
4) कच्ची हल्दी के सेवन से लिवर रहे स्वस्थ
लिवर की समस्या से बचे रहना चाहते हैं, तो कच्ची हल्दी का सेवन सूप, सब्जी, दूध या पानी, चटनी, सलाद, अचार आदि के रूप में जरूर करें। हल्दी में मौजूद मुख्य तत्व करक्यूमिन लिवर की समस्याओं से बचाए रख सकता है। लिवर की विषाक्तता, फैटी लिवर डिजीज और लिवर सिरोसिस जैसी बीमारियों से बचे रहने के लिए आप कच्ची हल्दी का सेवन कर सकते हैं।
5) डायबिटीज में कच्ची हल्दी के फायदे
कच्ची हल्दी का सेवन डायबिटीज में करना भी लाभदायक हो सकता है। यह इंसुलिन लेवल को कंट्रोल कर सकती है। एक शोध के अनुसार, करक्यूमिन ब्लड में ग्लूकोज लेवल को कम करने वाला होता है। इंसुलिन लेवल को भी सुधार सकता है। यदि आपको डायबिटीज है, तो कच्ची हल्दी का सेवन कब, कैसे और कितनी मात्रा में करें, इस बारे में एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें।(आइए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग, फायदे और नुकसान)
6. नेचुरल ग्लो
हल्दी में एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक जैसे गुण पाए जाते हैं। जो मुंहासों के साथ पिंपल्स को दूर करके प्राकृतिक चमक लाता है। यह चेहरे के नेचुरल लुक को लाता है और चेहरे के अत्यधिक तेल को बाहर निकालने में मद्द करता है। इसके अलावा हल्दी चेहरे को जवां बनाए रखता है।
7) कच्ची हल्दी के फायदे कैंसर से बचाए
कच्ची हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्व कैंसर कोशिकाओं को शरीर में बढ़ने से रोक सकते हैं, क्योंकि इसमें एंटी-कैंसर गुण होते हैं। पुरुषों में होने वाले प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में होने वाले ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकती है कच्ची हल्दी। ऐसे में हर किसी को कच्ची हल्दी का सेवन किसी ना किसी रूप में जरूर करना चाहिए। एक बात का ध्यान जरूर रखें कि कच्ची हल्दी के सेवन से सिर्फ कैंसर होने की संभावनाओं को कम किया जा सकता है, इसका सेवन कैंसर का इलाज नहीं है।
8) खून को साफ करती है कच्ची हल्दी
कच्ची हल्दी खून को साफ करने में अहम भूमिका निभाती है। कच्ची हल्दी में रक्त को साफ करने वाले गुण पाए जाते हैं। खून को साफ करने के लिए दूध में कच्ची हल्दी मिलाकर सेवन करें।
9) दाद- खुजली में असरदार
कच्ची हल्दी में सबसे ज्यादा एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल तत्व मौजूद होते हैं।दाद-खुजली में भी हल्दी का इस्तेमाल असरदार होता है।खुजली वाली जगह पर हल्दी का लेप लगाने से इस परेशानी से राहत मिलती है।
10) अर्थराइटिस, ज्वाइंट्स पेन में फायदेमंद है कच्ची हल्दी
यदि आपको अर्थराइटिस की समस्या है या जोड़ों में दर्द की समस्या से रहते हैं परेशान, तो कच्ची हल्दी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। एक शोध के अनुसार, हल्दी का सत अर्थराइटिस के लक्षणों जैसे दर्द, सूजन आदि को कम कर सकता है। जिस जगह आपको दर्द या सूजन हो, वहां हल्दी का लेप भी लगा सकते हैं।(आइए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग, फायदे और नुकसान)
11) मुहं के छालों में आराम
कच्ची हल्दी में सबसे ज्यादा एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल तत्व मौजूद होते हैं। ये तीनों ही तत्व शरीर को कई रोगों से बचाए रखने में मदद करते हैं। मुहं में छालों को ठीक करने के लिए हल्दी के पानी का इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी को पानी में उबालकर इस पानी से कुल्ला करने पर छालों में आराम मिलता है।
12) रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए कच्ची हल्दी
कोरोना महामारी के दौरान एक्सपर्ट भी शुरू से कहते आ रहे हैं कि हर किसी को ऐसी चीजों को सेवन जरूर करना चाहिए, जो इम्यूनिटी को बूस्ट करे। ऐसे में कच्ची हल्दी का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का बेस्ट उपाय है।
13) चोट और घाव
कच्ची हल्दी में सबसे ज्यादा एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल तत्व मौजूद होते हैं। ऐसे में चोट और घाव को ठीक करने और सूजन को कम करने में भी हल्दी अहम भूमिका निभाती है।
14) नींद न आने की दिक्कत में फायदेमंद
कच्ची हल्दी के इस्तेमाल से आप अनिद्रा की समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं। अनिद्रा की समस्या से परेशान लोग रोजाना सोने से पहले दूध में कच्ची हल्दी मिला कर उबाल लें और इसका सेवन कर लें। इसके सेवन से आपको अच्छी और गहरी नींद आएगी।
15) गठिया रोग के दर्द में आराम
गठिया रोग में हल्दी आराम देती है।हल्दी शरीर के प्राकृतिक सेल्स को खत्म करने वाले फ्री रेडिकल्स को खत्म करके जोड़ों के दर्द से राहत दिलाती है।कच्ची हल्दी जोड़ों से संबंधित दर्द पर लगभग तुरंत काम करती है। यह एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरी होती है, जो इसे एक प्राकृतिक दर्द निवारक बनाता है।

(आइए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग, फायदे और नुकसान)
त्वचा के लिए कच्चे हल्दी का फेस पैक
त्वचा के लिए कच्चे हल्दी का उपयोग करने का तरीका अलग होता है। इसलिए नीचे हम आपको सामग्रियों द्वारा कच्ची हल्दी के उपयोग के बारे में बताने जा रहे हैं। लेकिन इसके उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट करना न भूले।
1. कच्ची हल्दी और नारियल के तेल का फेस पैक
नारियल का तेल स्किन को मॉइस्चराइज करता है। साथ ही समय से पहले आने वाली झुर्रियों को रोकने में मद्द करता है। इसलिए आप कच्चे हल्दी के साथ नारियल तेल का उपयोग कर सकते हैं।
फेस पैक उपयोग करने की विधि
- दो चम्मच नारियल का तेल और आधा चम्मच कच्ची हल्दी लें।
- अब नारियल तेल को गुनगुना करके इसमें कच्ची हल्दी मिलाएं।
- फिर दो मिनट तक चेहरे की मालिश करें और इसे सूखने के लिए छोड़ दें।
- अब 20 से 25 मिनट के बाद गुनगुने पानी से चेहरे को धो सकते हैं।
2) कच्ची हल्दी और बेसन का फेस पैक
ऑयली फेस वालों के लिए बेसन फायदेमंद माना जाता है। जो स्किन को टोन करता है और चेहरे पर निखार लाता है। इस फेस पैक में नींबू को भी डाला जा सकता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण मौजूद होते हैं।
फेस पैक उपयोग करने की विधि
- एक चम्मच बैसन, आधा चम्मच कच्ची हल्दी, दो नींबू के बूंदे और गुलाब जल
- इन सभी सामग्रियों को मिलाकर पेस्ट बना लें।
- चेहरे पर लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें और कुछ समय बाद पानी से धो लें।(आइए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग, फायदे और नुकसान)
ज्यादा मात्रा में सेवन से कच्ची हल्दी के नुकसान
कच्ची हल्दी में सबसे ज्यादा एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल तत्व मौजूद होते हैं। ये तीनों ही तत्व शरीर को कई रोगों से बचाए रखने में मदद करते हैं।।लेकिन, हल्दी का बहुत ज्यादा सेवन फायदे की जगह शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है
- तासीर में गर्म हल्दी बहुत ज्यादा खाने पर शरीर को गर्माहट देती है। जिस कारण पेट खराब होने की संभावना बढ़ जाती है. पेट में दर्द, सूजन और ऐंठन की दिक्कत हो सकती है।
- जिन लोगों को पीलिया यानी जॉइंडिस की समस्या है उन्हें हल्दी नहीं खानी चाहिए।इस बीमारी से ठीक होने के बाद भी अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही हल्दी के सेवन करना चाहिए।
- इससे एलर्जिक रिएक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है। बहुत ज्यादा हल्दी खाने पर सांस फूलने, शरीर के अंदर और त्वचा के ऊपर भी एलर्जी हो सकती है।
- हल्दी का आवश्यकता से अधिक सेव करने से किडनी में पथरी की समस्या हो सकती है। दरअसल हल्दी के अंदर ऑक्सलेट मौजूद होता है। यह ऑक्सलेट कैल्शियम को शरीर में घुलने के बजाय बांधने लगते हैं। जिससे कैल्शियम अघुलशील होने लगता है।
(आइए जानते हैं कच्ची हल्दी के उपयोग, फायदे और नुकसान)
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है।अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।blogcryfe इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
1 Comments
आपकी पोस्ट को पढ़ कर बहुत अच्छा लगा।
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